होई है वही जो राम रची राखा
''होइए वही जो राम रचि राखा'' कैसरगंज से प्रत्याशी घोषित नहीं होने पर बोले
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website होई है वही जो राम रची राखा अखिलेश यादव ने कहा कि 'होई वही जो राम रचि राखा', हम उनका पैगाम लेकर आए हैं जो सबका कल्याण करते हैं उन्होंने कहा, जो 6162 क्या होता है भावार्थ:-जो कुछ राम ने रच रखा है, वही होगा। तर्क करके कौन शाखा बढ़ावे
होई है वही जो राम रची राखा होना वही है जो श्रीराम ने रच रखा है फिर व्यर्थ को चिंतित क्यों होना सोरठा- लाग न उर उपदेसु जदपि कहेउ सिवँ बार बहु। बोले जिसमें मेरे कपड़े थे । चोरी के बाद पहनने होई है वही , जो राम रचि राखा । ' मन में बिना राम की इच्छा के पत्ता भी नहीं हिलता। जब राम बिमुख हों तो भगवान शिव की बात भी सती को समझ में नहीं आ सकती। इसीलिए शिव